भाग्यलेखों से तन्हाई मेरी, अक्सर जूझती रहती है,
इन बेतरतीब रेखाओं में बस, तुम्हें ढूंढती रहती है।
मैं सोचता हूं ये धड़कनें, आखिर क्या गाती रहती हैं,
तुम चली जाती हो पर तुम्हारी, आवाज़ गूंजती रहती है।
एक दिल है मेरा जो तुम्हारी आंखे तकता रहता है,
एक आंखे है तुम्हारी जिन्हें हमेशा, बात सूझती रहती है।
कौन है वो कि जिसकी खातिर मैं खोया खोया रहता हूं,
मेरे ख़्वाब पूछते रहते हैं, मेरी नींद पूछती रहती है।
- आदर्श जैन
इन बेतरतीब रेखाओं में बस, तुम्हें ढूंढती रहती है।
मैं सोचता हूं ये धड़कनें, आखिर क्या गाती रहती हैं,
तुम चली जाती हो पर तुम्हारी, आवाज़ गूंजती रहती है।
एक दिल है मेरा जो तुम्हारी आंखे तकता रहता है,
एक आंखे है तुम्हारी जिन्हें हमेशा, बात सूझती रहती है।
कौन है वो कि जिसकी खातिर मैं खोया खोया रहता हूं,
मेरे ख़्वाब पूछते रहते हैं, मेरी नींद पूछती रहती है।
- आदर्श जैन
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