ताकि,
अहंकार में दौड़ती हुई कारें,
हद में रखें अपनी रफ़्तारें।
ताकि,
आंधियों से होड़ लगातीं मोटरसाइकिलें,
दुर्घटनाओं से न जा मिलें।
ताकि,
मदहोश होकर चलते ट्रक,
देखते हुए चलें सड़क।
ताकि,
मंजिल की आरज़ू लेकर निकली गाड़ियां
न भूल जाएं खयाल सफर का,
ज़रूरी है रास्तों में,
होना स्पीड ब्रेकर का।
ताकि,
दिन-ब -दिन विषेला होता स्वार्थ,
प्रकृति को न पहुंचा पाए आघात।
ताकि,
अमरता को प्राप्त करता लालच,
सारे संसाधनों को न कर दे खर्च।
ताकि,
नियंत्रण से बाहर होता पाप,
न ले आए प्रलयकारी संताप।
ताकि,
महत्त्व समझ पाए इंसान,
स्वामित्व और सहभागिता के अंतर का,
बहुत जरूरी है ज़िन्दगी में,
होना स्पीड ब्रेकर का।
- आदर्श जैन
अहंकार में दौड़ती हुई कारें,
हद में रखें अपनी रफ़्तारें।
ताकि,
आंधियों से होड़ लगातीं मोटरसाइकिलें,
दुर्घटनाओं से न जा मिलें।
ताकि,
मदहोश होकर चलते ट्रक,
देखते हुए चलें सड़क।
ताकि,
मंजिल की आरज़ू लेकर निकली गाड़ियां
न भूल जाएं खयाल सफर का,
ज़रूरी है रास्तों में,
होना स्पीड ब्रेकर का।
ताकि,
दिन-ब -दिन विषेला होता स्वार्थ,
प्रकृति को न पहुंचा पाए आघात।
ताकि,
अमरता को प्राप्त करता लालच,
सारे संसाधनों को न कर दे खर्च।
ताकि,
नियंत्रण से बाहर होता पाप,
न ले आए प्रलयकारी संताप।
ताकि,
महत्त्व समझ पाए इंसान,
स्वामित्व और सहभागिता के अंतर का,
बहुत जरूरी है ज़िन्दगी में,
होना स्पीड ब्रेकर का।
- आदर्श जैन
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